अखिलेश यादव कहा कि चौहान समाज से समाजवादियों का पुराना रिश्ता है

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने मऊ में आयोजित सम्राट पृथ्वीराज चौहान जनस्वाभिमान रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि चौहान समाज से समाजवादियों का पुराना रिश्ता है। पृथ्वीराज चौहान जिस रास्ते से दिल्ली गये थे आज भी कन्नौज में उस सड़क का नाम समाजवादियों ने नहीं बदला। चौहान समाज के लोगों ने देश को सम्राट दिया लेकिन दिल्ली में आज वो गरीब हैं। जो आर्थिक और सामाजिक सम्मान चौहान समाज को नही मिल पाया उसे समाजवादी दिलाने का काम करेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार आने पर देश की जो सबसे बड़ी सड़क बन रही है उस पर पहला स्मारक पृथ्वीराज चौहान का कन्नौज में बनेगा। दूसरा स्मारक चौहान समाज के संयोजक संजय चौहान के सुझाव पर बनाया जाएगा। चौहान समाज को जगाने में ऐसे आयोजन बेहद महत्वपूर्ण हैं। इससे चौहान समाज में जोश और उत्साह बढ़ेगा।


श्री यादव ने कहा कि चुनाव परिणाम यह बता रहे है कि जनता भाजपा को पसंद नहीं कर रही है। भोली-भाली जनता 15-15 लाख रूपये का इंतजार करते थक गयी है। केन्द्र की भाजपा सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में बेरोजगारी बढ़ी है, छात्रो-नौजवानों के सामने रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है। चौहान समाज में कितने लोगों को भाजपा सरकार में नौकरी मिली? इसका जवाब सामने आना चाहिये।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों के साथ अन्याय किया है। किसानों को धान की सही कीमत नहीं मिली। आलू का किसान आत्महत्या कर रहा है। गन्ना किसानों का भुगतान नहीं हो रहा है। किसानों के जरूरत की हर वस्तु भाजपा सरकार ने मंहगा कर दिया है। किसान नोटबंदी से परेशान है। व्यापारी नोटबंदी-जीएसटी से बर्बाद हो गया है। समाजवादी लोग लोकसभा चुनाव में जीत के बाद रास्ता निकालेंगे कि कैसे जीएसटी के सरलीकरण से फायदा हो?


श्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में लागू की गयी विकास की सभी योजनाओं को भाजपा ने बंद कर दिया। प्रधानमंत्री जी समाजवादी सरकार में हुए कामों का उद्घाटन कर नाम कमा रहे हैं। शहीद मंगल पाण्डेय की धरती बलिया तक जाने वाली सबसे बड़ी सड़क को भाजपा सरकार ने रोकने दिया है।


श्री यादव ने कहा कि भाजपा आबादी में ज्यादा लोगों को कम नौकरी दे रही है। यह साजिश है। यह साजिश भाई को भाई से लड़ाने की है। जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी होने चाहिए। केवल पिछड़ों की गिनती न हो। गिनती कर सबकों आबादी के हिसाब से सम्मान दिया जाय। आने वाले चुनाव में समाजवादी नीतियां ही आगे ले जाएंगी। जब तक बड़े काम नहीं होंगे देश आगे नहीं जायेगा।