उत्तर प्रदेश के किसानों को किया गया सम्मानित

पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्म दिवस पर आयोजित किसान दिवस के अवसर पर राजधानी में जुटे प्रदेश भर के किसानों के बीच उन्होंने 33 किसानों को सम्मानित किया।

सीएम ने कहा कि 2017 के पहले यूपी में किसानों की फसल नहीं खरीदी जाती थी। पर अब किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुना मूल्य दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने किसानों के लिए ना केवल सड़कों पर आंदोलन किया था बल्कि किसानों को भू-राजस्व दिलाने में अपनी अहम भूमिका भी अदा की थी।

आजादी के बाद इस देश में किसानों की जो मूल समस्या पर ध्यान देना चाहिए था। वह कतई नहीं हुआ। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण के बाद किसानों के लिए बड़ा काम किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के लिए सॉइल हेल्थ कार्ड की घोषणा की थी और उसी में मृदा परीक्षण के लिए हाथ बढ़ाया था। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फसलों की सुरक्षा की गारंटी भी है इसके अतिरिक्त हर खेत को पानी देने की गारंटी मिली है।

फसल उत्पादन के लिए किसान हुए सम्मानित

रबी एवं खरीफ की अलग-अलग फसलों की उत्पादकता में कीर्तिमान स्थापित करने वाले इन किसानों में 10 कृषकों को प्रथम पुरस्कार दिया गया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं राज्यपाल राम नाईक ने इन्हें एक-एक लाख रुपए के चेक देकर सम्मानित किया।

राज्यपाल ने किसान को देश का राजा और अन्नदाता बताया

देश जब आजाद हुआ था तब से हमारी आबादी तीन गुना बढ़ी है, 1950 में हम खाद्यान के मामले में आत्मनिर्भर नहीं थे।
वहीं राज्यपाल राम नाईक ने कहा किसान देश के राजा और अन्नदाता हैं। देश का किसान अनपढ़ नहीं है। किसानों ने सराहनीय कार्य किया है।

आज देश की आबादी लगभग 135 करोड़ है पर हम खाद्यान के मामले में आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ निर्यात की स्थित में भी हैं।

कहा, किसानों ने अनाज उत्पादन बढ़ाकर देश के एक बड़ी समस्या का समाधान कर दिया है अब हमारी जिम्मेदारी है हम उन्हें उनकी फसल का उचित कीमत दिलाएं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि यूपी इकलौता राज्य है जहां 86 लाख किसानों के कर्जे माफ किये गये।

वर्ष 2017 के पहले किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलता था। पहली बार किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुना दाम देने का कार्य वर्तमान प्रदेश सरकार के नेतृत्व में किया जा रहा है।

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