शुक्रवार को सरकार ने बताया की वे 2 हजार रुपये के नोटों की छपाई फिलहाल बंद कर दी है। सरकार का ऐसा कोई विचार नहीं है की वह 2,000 रुपये के नोटों को धीरे-धीरे बंद करे। ऐसा इस लिए करना पड रहा है क्यों की बाजार में इस मूल्य के नोट की पर्याप्त उपलब्धता है।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि मूल्य के संदर्भ में कुल मुद्रा का 35 फीसदी 2,000 रुपये के नोट के रूप में प्रचलन में है। उन्होंने कहा, ‘नोटों की छपाई जरूरत के हिसाब से की जा रही है। हमारे पास प्रणाली में जरूरत से अधिक 2,000 रुपये के नोट हैं, जोकि कुल मूल्य का 35 फीसदी है। हाल में 2,000 रुपये के नोटों की छपाई बंद करने का कोई फैसला नहीं किया गया है।
हम आपको बता दें कि आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग का ये बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब इस बात की चर्चा की जा रही थी कि सरकार ने 2,000 रुपये के नोटों की छपाई पूरी तरह बंद कर दी है और धीरे-धीरे ये नोट चलन से बाहर हो जाएंगे